एक हादसा इस इलेक्शन में बहुत आम निकला,
दुधारू गाय के भेस में भेडिया गुमनाम निकला.
दाल-भात तो उसने हमारे गाँव में भी खाया था,
फिर क्योँ राजधानी जा के नमक हराम निकला.
जिसने सबसे ज्यादा चोट पहुचाई है हिन्दुओं को,
दरअसल वो किसी हिन्दू का ही गिरेबान निकला.
मुसलमान समझ कर पत्थर उठाया था जिस पर,
वो ‘कलाम’ निकला, अशफाक उल्ला खान निकला.
गोरखपुर से आये लोगो ने मचाया है बहुत उत्पात,
शहर से एक देशभक्त मराठा का फरमान निकला.
बम्बई की मुक्कमल तस्वीर में वादियाँ ख़ूबसूरत थीं,
योँ ही नहीं फुटपाथ पर सोने कोई इंसान निकला.
दुधारू गाय के भेस में भेडिया गुमनाम निकला.
दाल-भात तो उसने हमारे गाँव में भी खाया था,
फिर क्योँ राजधानी जा के नमक हराम निकला.
जिसने सबसे ज्यादा चोट पहुचाई है हिन्दुओं को,
दरअसल वो किसी हिन्दू का ही गिरेबान निकला.
मुसलमान समझ कर पत्थर उठाया था जिस पर,
वो ‘कलाम’ निकला, अशफाक उल्ला खान निकला.
गोरखपुर से आये लोगो ने मचाया है बहुत उत्पात,
शहर से एक देशभक्त मराठा का फरमान निकला.
बम्बई की मुक्कमल तस्वीर में वादियाँ ख़ूबसूरत थीं,
योँ ही नहीं फुटपाथ पर सोने कोई इंसान निकला.
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