पेट में नहीं दाना, तन पे नहीं बाना ,
आओ गाएँ 'लता जी' का गाना.
"मौन व्रत" तोड़ेंगे आज, लाल किले पर,
'भाषण' किसने लिखा? ये तो बताना!
एक दिन का 'ड्राई डे' निकाल ले,
फिर क्या! खाना, खिलाना, मौज मनाना.
देश भक्तो को ढूंढ के लाना,
फिर 'पद्म भूषण' से सजाना.
जो करे ईमान की बाते,
उसे पड़ेगा भूख हड़ताल पर जाना. ("अन्ना जी" को समर्पित)
नया-नया गाल कहाँ से लायें,
'गांधी' बाबा! ये तुम ही बताना!
प्रार्थना पत्रो से काम नहीं चलता,
जनता को पड़ेगा हाथ उठाना.
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